Friday, March 20, 2015

-:जीवन के पल :-



-:जीवन के पल :-
धीरे धीरे तू चल
रे जीवन के पल
कि कोई आता है ।
है बहुत वो करीब
जीवन है खुशनसीब
मेरे दिल को भाता है।
रूठकर न गया कहीं
थोड़ी देर ओझल सही
फिर वो मुझे बुलाता है।
है सामने कहीं नहीं   
उनकी साया ही सही
मीठी याद दिलाता है ।
आँसू न छलके कहीं  
हंसी न सरके कहीं
हमें सीने से लगता है।
भूल जाऊँ उन्हे कैसे
हर पल सांस है जैसे
धड़कन बन धड़कता है ।
मिलने जाऊँ तो कहाँ
न जाने है किस जहाँ
दूर से ही मुस्कुराता है।
करूँ गर कभी कोई खता
मानो उसे है नहीं वो पता
सब छुपा हमें हँसाता है ।
रूठ जाऊँ गर मैं कभी
आँखों में वो लेकर नमीं
फिर वो धीरे से मनाता है।  -
प्रकाश यादव “निर्भीक”
बैंक ऑफ बड़ौदा
बड़ौदा -20-03-2014

Tuesday, March 17, 2015

-:अनछूए अहसास:-



आज  नदिया किनारे,
 पेड़ के छाव में
बैठा नितांत अकेला
दुनिया के भीड़ से दूर,
खो गया जीवन के
सुनहरे अतीत के आँगन में
 मंद मंद बहती
बयारों का सकूँ भरा
एक मधुर अहसास के बीच,
कल कल बहती धारा
जीवन के हर धड़कन के साथ
 निहारता रहा जीवन के
उस पलछिन को
जिनकी मधुर यादें
अनछूए अहसास लिए 
स्मृति पटल पर अंकित है,
रुकती नहीं एक भी धारा
किसी के इंतजार में
जो चला गया छोड़कर
या कभी था जो साथ में
जीवन के हर धारा के साथ
है वो मौजूद इन फिज़ाओं में
जिसके स्पर्श मात्र से
महसूस होने लगता है
रूह को होना उनका
इर्द गिर्द उनके 
विभिन्न रूपों में .....

                  प्रकाश यादव “निर्भीक”
                 बड़ौदा 14-03-2015

Monday, February 16, 2015

-:मलाल :-




दूर होकर करीब न होने का मलाल रहता है
करीब हो कोई तो दूरी का न ख्याल रहता है

अजीब दास्तां है इस जिंदगी की अपनी यारो
भूलना चाहो जिसे वो अक्सर ख्याल आता है

क्यों करता है कोई किसी से स्नेह ही इतना
खबर है उनको भी कोई उनके लिए रोता है

समंदर किनारे बैठ लहरों को निहारता कोई
पत्थर बन हर अक्स को खुद ही बहाता है

फ़लक में बेसब्री से ढूँढता है कोई अपने को
मौजूद हैं सब बस वो ही नजर नहीं आता है

नहीं आएंगे लौटकर वो अब जहां में फिर से
मगर ये नादां दिल उसी इंतेजार में रहता है

खाक ए सुपुर्द होना है सबको एक दिन यहाँ
“निर्भीक” को जिंदगी अब बेजार नजर आता है
 
                                                प्रकाश यादव “निर्भीक”
                                                 बैंक ऑफ बड़ौदा
                                               16-02-2015